बांग्लादेश में बढ़ता जिहादी उग्रवाद: भारत विरोधी साजिश या क्षेत्रीय अस्थिरता की नई लहर?

नमस्कार स्वागत है आपका। आप देख रहे हैं The Khabar Point news Blog

बांग्लादेश इस समय गंभीर राजनीतिक और सामाजिक संकट के दौर से गुजर रहा है। राजधानी ढाका से लेकर कई बड़े शहरों तक हिंसा, कट्टरपंथी प्रदर्शन और भारत विरोधी नारेबाज़ी ने हालात बेहद चिंताजनक बना दिए हैं। एक जिहादी नेता उस्मान हादी की मौत के बाद जिस तरह से हालात बिगड़े हैं, उसने पूरे दक्षिण एशिया की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

जिहादी मौत के बाद सड़कों पर उग्र भीड़

उस्मान हादी के जनाज़े के दौरान हज़ारों की संख्या में कट्टरपंथी सड़कों पर उतरे। भारत विरोधी नारे लगाए गए, संसद पर हमला किया गया और खुलेआम हिंसा देखने को मिली। इस पूरी घटना ने यह संकेत दिया कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी तत्व अब नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं।

अल्पसंख्यकों पर हमले और सामाजिक ताना-बाना कमजोर

हिंसा के दौरान हिंदू अल्पसंख्यकों को विशेष रूप से निशाना बनाया गया। घर जलाए गए, लोगों की लिंचिंग हुई और धार्मिक आधार पर नफरत फैलाई गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल अल्पसंख्यकों पर हमला नहीं, बल्कि बांग्लादेश की सेकुलर और लोकतांत्रिक पहचान पर सीधा प्रहार है।

पाकिस्तान कनेक्शन और रणनीतिक साजिश

डिफेंस और अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञों के अनुसार, इस पूरे घटनाक्रम के पीछे Pakistan की खुफिया एजेंसी और सेना की पुरानी रणनीति दिखाई देती है। उनका उद्देश्य बांग्लादेश को एक बार फिर अस्थिर कर भारत के खिलाफ मोर्चा खोलना है। यह भी कहा जा रहा है कि जो लक्ष्य पाकिस्तान अपनी ज़मीन से हासिल नहीं कर सका, उसे वह बांग्लादेश के ज़रिये पूरा करना चाहता है।

भारत विरोधी एजेंडा और युवाओं को उकसाना

ढाका में युवाओं को भारत के खिलाफ शपथ दिलाए जाने, भारत विरोधी नारों और प्रदर्शनों ने इस बात को और मजबूत किया है कि यह एक सुनियोजित अभियान है। कट्टरपंथी संगठनों पर लगे प्रतिबंध हटाए जाने से हालात और बिगड़े हैं।

ये भी पढ़े :- Gram Panchayat Secretary – स्टेप बाय स्टेप गाइड 2025

ये भी पढ़े :- Become a Loco Pilot in 2025? | Loco Pilot बनने की पूरी जानकारी हिंदी में

ये भी पढ़े :- How to Get a Railway Group D Job – पूरी जानकारी हिंदी में 2025

ये भी पढ़े :- SSC CGL Exam की तैयारी कैसे करें|SSC CGL Preparation Tips in Hindi 2025

ये भी पढ़े :- What is JPSC? पूरी जानकारी 2025 | झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन

ये भी पढ़े :- B Pharma Course: मेडिकल फील्ड में करियर बनाने का एक बेहतरीन रास्ता 2025

बांग्लादेश की राजनीति और कमजोर सरकार

विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा सरकार कट्टरपंथी ताकतों पर लगाम लगाने में असफल रही है। प्रशासनिक पदों पर कट्टर संगठनों से जुड़े लोगों की नियुक्ति ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा पर भी पड़ा है।

भारत के लिए बढ़ता खतरा

भारत-बांग्लादेश सीमा पहले से ही संवेदनशील है। ऐसे में कट्टरपंथी गतिविधियों, घुसपैठ और उग्र संगठनों को पनाह मिलने का खतरा बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को कूटनीतिक, रणनीतिक और सुरक्षा स्तर पर सतर्क रहने की ज़रूरत है।

निष्कर्ष Growing extremism among jihadists in Bangladesh

बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, वह केवल एक देश की आंतरिक समस्या नहीं है। यह पूरे क्षेत्र की स्थिरता, लोकतंत्र और शांति के लिए खतरा बनता जा रहा है। भारत विरोधी एजेंडे के साथ जिहादी उभार यह संकेत देता है कि आने वाला समय और अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है।


Sharing Is Caring:
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

2 thoughts on “बांग्लादेश में बढ़ता जिहादी उग्रवाद: भारत विरोधी साजिश या क्षेत्रीय अस्थिरता की नई लहर?”

Leave a Comment